2 अक्टूबर को महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर समिति द्वारा निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में GRS अस्पताल की टीम ने विशेष योगदान दिया, जो गांव के लोगों की स्वास्थ्य जांच और चिकित्सा परामर्श में मददगार साबित हुई। ग्रामीणों को मुफ्त दवाइयां और उपचार की सुविधा दी गई, जिससे उनका स्वास्थ्य बेहतर हो सके। इस आयोजन ने न केवल लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया, बल्कि उन्हें नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच कराने का महत्व भी समझाया।
30 सितंबर को दंगल का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्र के कई पहलवानों ने अपनी शक्ति और कौशल का प्रदर्शन किया। इस पारंपरिक खेल आयोजन ने ग्रामीण खेलों को बढ़ावा दिया और युवाओं में खेल भावना को मजबूत किया। विजेताओं को पुरस्कार और नकद राशि देकर सम्मानित किया गया, ताकि वे अपनी मेहनत और समर्पण को जारी रखें। इस दंगल ने गांव में खेल-कूद के प्रति एक नई ऊर्जा और उत्साह का संचार किया।
15 सितंबर को वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें कई स्थानीय नागरिकों और बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत सैकड़ों पौधे लगाए गए, ताकि पर्यावरण की सुरक्षा और हरियाली को बढ़ावा दिया जा सके। पौधारोपण के साथ ही लोगों को पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में भी जागरूक किया गया। समिति का यह प्रयास रहा कि हर नागरिक अपने पर्यावरण की रक्षा में योगदान दे और भविष्य के लिए एक हरा-भरा वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।
5 सितंबर को आयोजित विशाल दौड़ प्रतियोगिता में क्षेत्र के सैकड़ों बच्चों और युवाओं ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य युवाओं में शारीरिक फिटनेस के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। दौड़ के अंत में विजेताओं को ट्रॉफी, मेडल, और विशेष उपहार प्रदान किए गए, ताकि उन्हें उनके अद्भुत प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया जा सके। इस कार्यक्रम ने न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा दिया, बल्कि प्रतिस्पर्धा की भावना और आत्मविश्वास को भी मजबूत किया।
स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर 15 अगस्त को बच्चों के बीच कॉपी और पेंसिल बॉक्स का वितरण किया गया। इस कार्यक्रम में छोटे बच्चों से लेकर स्कूली छात्रों तक को आवश्यक शैक्षिक सामग्री दी गई, ताकि उनकी पढ़ाई में किसी प्रकार की कमी न हो। हर बच्चे के चेहरे पर खुशी और उत्साह देखकर यह आयोजन सफल साबित हुआ। समिति का उद्देश्य यह था कि हर बच्चा शिक्षा के प्रति जागरूक हो और उन्हें अपने भविष्य को बेहतर बनाने के साधन मिल सकें।
14 अगस्त को विकलांग महिलाओं के लिए साड़ी वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें समिति ने हर महिला से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की। महिलाओं से उनकी आवश्यकताओं और जीवन की चुनौतियों के बारे में चर्चा की गई, ताकि भविष्य में उनके लिए बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकें। इस कार्यक्रम में न केवल साड़ियाँ वितरित की गईं, बल्कि उनके आत्मविश्वास और आत्मसम्मान को भी बढ़ावा देने का प्रयास किया गया। समिति ने महिलाओं को यह विश्वास दिलाया कि वे समाज का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और उनके सहयोग से कई सामाजिक कार्यों को और बेहतर किया जा सकता है।
21 जुलाई को बैजामऊ में ऊँचाई कूद और लंबी कूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें युवाओं ने बड़े उत्साह के साथ हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में खेलकूद की महत्ता को बढ़ावा देना था। विजेताओं को मेडल और प्रमाण पत्र के साथ-साथ विशेष उपहार भी दिए गए, ताकि उन्हें अपनी प्रतिभा और मेहनत के लिए सम्मानित किया जा सके। इस आयोजन ने न केवल बच्चों और युवाओं को प्रेरित किया, बल्कि खेल के प्रति उनकी रुचि और समर्पण को भी प्रोत्साहित किया।